नई दिल्ली/ टीम डिजिटिल। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि भारत तेजी से मेडिकल टेक्नोलॉजी पावरहाउस के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के मेडटेक क्षेत्र के भविष्य को बड़ा आकार देने के लिए उद्योग से जुड़े लोगों, नीति निर्माताओं और स्वास्थ्य सेवा हितधारकों को एकजुट होकर काम करने की जरुरत है। अनुप्रिया पटेल ने यह बात मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एमटीएआई) के खास कार्यक्रम मेडटेकॉन 2025 के उद्घाटन मौके पर कही।
राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आगे कहा कि मेडिकल क्षेत्र का उद्योग 2030 तक अपने बाजार आकार को दोगुना करके $30 बिलियन करने और अपनी वैश्विक हिस्सेदारी 1.65% से बढ़ाकर 10-12% करने की ओर अग्रसर है। जैसे-जैसे हम इसमे आगे बढ़ाएंगे, इनोवेशन, इनवेस्टमेंट और पॉलिसी रिफॉर्म में सहयोगात्मक प्रयास भारत को सस्ती, उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा तकनीक में अग्रणी बनाने के लिए अहम होंगे।
इस मौके पर नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी. के. पॉल ने भी भारत के स्वास्थ्य सेवा के भविष्य को आकार देने में चिकित्सा प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। मेडटेक में विदेशी और घरेलू निवेश को बढ़ावा देने को लेकर पॉल ने कहा, “चिकित्सा उपकरणों की बढ़ती मांग के साथ, भारत को खुद को वैश्विक मेडटेक नेता के रूप में स्थापित करना चाहिए। भारत के 4,000 से ज्यादा स्वास्थ्य-तकनीक स्टार्टअप को ग्लोबल लेवल पर लाने के लिए अधिक निवेश की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त, ग्लोबल बेंचमार्क भी स्थापित करने की जरूरत है।
भारत की बढ़ती स्वास्थ्य सेवा जरूरतों को पूरा करने के लिए निवेश-अनुकूल नीतियों और एक मजबूत मेडटेक बुनियादी ढांचे की आवश्यकता पर जोर देते हुए एमटीएआइ चेयरमैन पवन चौधरी ने जोर दिया। इस कार्यक्रम में भारतीय और वैश्विक मेडटेक लीडर्स भी शामिल हुए।
प्रमुख वक्ताओं में असीम साहू (उप औषधि नियंत्रक, सीडीएससीओ), अजीत चव्हाण (अतिरिक्त सीईओ, जीईएम), रितु सैन (निवेश आयुक्त, छत्तीसगढ़ सरकार), हितेंद्र साहू (निदेशक, फार्मास्यूटिकल्स विभाग), चिन्मई द्विवेदी (एमएचडी प्रमुख बीआईएस), पद्मश्री डॉ. कामेश्वर प्रसाद (एम्स और फोर्टिस हेल्थकेयर), डॉ. ओपी यादव (सीईओ, नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट), डॉ. पवन गुरहा (विभागाध्यक्ष, एनेस्थिसियोलॉजी, बत्रा अस्पताल), संजय भूटानी (एमडी, बॉश एंड लोम्ब इंडिया और सार्क), अमन ऋषि (वीपी और जीएम, स्ट्राइकर इंडिया), अतुल ग्रोवर (प्रबंध निदेशक, भारत और दक्षिण एशिया, बेकटन डिकिंसन), परमेश्वरन नायर (कंट्री लीडर, एसईए क्षेत्र और भारत, एडवर्ड्स लाइफसाइंसेज) और उद्योग के अन्य कप्तान शामिल थे।
SOURCE – Navoday Times